Accounting कैसे सीखे : आप मे से बहुत सारे लोग हैं जो अकाउंटिंग के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं या फिर अकाउंटिंग करके पैसा कमाना चाहते हैं।एकाउंटिंग सीखने की कुछ सिद्धांत होते हैं अगर आप यह सीख लेते हैं तो आप किसी भी अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर पर अकाउंटिंग आसानी से कर सकते हैं।यदि आप अकाउंटिंग के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है आज की इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप अकाउंटिंग के बेसिक नियम और सिद्धांत जान चुके होंगे।
Accounting क्या है
Accounting meaning in Hindi – जब किसी व्यापारी का व्यापार या कंपनी में बहुत सारे खर्चे होते हैं। जैसे कि माल खरीदना बेचना बिजली का बिल एंप्लॉय को सैलरी देना अब यह सब यदि याद रखना हो तो संभव नहीं है इसलिए अकाउंटिंग की जाती है जिससे कि हमें कंपनी या व्यापार का लाभ हानि खाता पता चल सके और यदि हम गवर्नमेंट को कोई टैक्स पे कर रहे हैं तो हमने कितना माल खरीदा और कितना बचा और उसे पर हमें क्या टैक्स देना है और इसमें हमें कितना प्रॉफिट बच रहा है इन सभी की जानकारी के लिए अकाउंटिंग की जाती है और उसके लिए हमें अकाउंटिंग करने की आवश्यकता होती है।
Accounting Kaise Sikhe
अभी तक आपने सीखा अकाउंटिंग होती क्या है और अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर के बारे में अब हम बात करेंगे की अकाउंटिंग कैसे सीखे।
यहां पर आपको सबसे पहले डेबिट और क्रेडिट सीखना चाहिए एकाउंटिंग में डेबिट और क्रेडिट थोड़ा सा अलग होते हैं
डेबिट अकाउंट – जब भी बिजनेस में कुछ आता है चाहे वह पैसे हो या फिर सामान तो उसको हम डेबिट करते हैं।
इसको थोड़ा आसान शब्दों में समझ सकते हैं कि जब भी बिजनेस में कुछ बढ़ता है तो उसको हम डेबिट करते हैं
क्रेडिट अकाउंट – जब भी बिजनेस से कोई चीज जाता है तो उसे हम Accounting में क्रेडिट करते हैं। जब भी बिजनेस में कुछ घटता है तो हम उसे क्रेडिट करते हैं।
अब कैसे पता करे की कौन से अकाउंट को डेबिट करना है और कौन से अकाउंट को क्रेडिट करना है इसके लिए आपको 3 गोल्डन रूल्स के बारे में पता होना चाहिए।
एकाउंटिंग सीखने के लिए आपको अकाउंटिंग के गोल्डन रूल्स आने चाहिए अब यह गोल्डन रूल्स क्या है इसके बारे में मैं आसान शब्दों में समझे
3 Golden Rules of Accounting in Hindi
व्यक्तिगत खाता (Personal account) व्यक्तिगत संस्था उद्योग संस्था से जुड़ी होगी इसमें व्यापार से जुड़े कोई भी रिकॉर्ड नहीं होते हैं।
2) Credit the giver and Debit the Receiver.
वास्तविक खाता (Real account)
इसमें व्यवसाय से जुड़े सभी रिकॉर्ड होते हैं अब यदि किसी का व्यापार जिस चीज से संबंधित होगा वह सभी रिकॉर्ड इसमें आ जाएंगे।
Debit what comes in – credit what goes out.
नाम मात्र खाता (Nominal account)
इसमें सभी तरह के आय व्यय लाभ हानि व्यापार से संबंधित खातों का रिकॉर्ड रखा जाता है।
Credit all income and debit all expenses.
अब पहले यह अकाउंटिंग सिर्फ कागजों पर होती थी लेकिन टेक्नोलॉजी के आने से धीरे-धीरे यह और भी एडवांस होगी अब कई सारे ऐसे सॉफ्टवेयर है जो अकाउंटिंग की सुविधा प्रदान करते हैं।
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अकाउंटेंट का काम कैसे सीखें?
अकाउंटेंट का काम सीखने के लिए आप किसी अच्छे प्रोफेशनल के साथ इंटर्नशिप के तौर पर कार्य कर सकते हैं इसमें आपको इस टाइप एंड मिलेगी जो की सैलरी से बहुत कम होगी लेकिन आपको सीखने को भी बहुत कुछ मिलेगा और वहां पर आप लाइव डाटा पर काम करते हैं।
एकाउंटिंग की पढ़ाई कैसे करें?
एकाउंटिंग की पढ़ाई करने के लिए आपको एकाउंटिंग के नियम को फॉलो करना होगा जो कि उसके बेसिक रूल है वह सब आपको याद होने चाहिए।
अकाउंटेंसी सीखना कैसे शुरू करें?
यदि आपके पास लैपटॉप या कंप्यूटर है तो एकाउंटिंग सीखने के लिए आप सेल परचेस बैंक स्टेटमेंट डेमो पर्पस के लिए आप इंटरनेट से डाउनलोड कर सकते हैं और घर बैठे टैली या बिजी का डेमो वर्जन अपने लैपटॉप में इंस्टॉल करें और डेली प्रैक्टिस करें।
अकाउंटिंग कोर्स कितने साल का होता है?
सामान्य अकाउंटिंग का कोई कोर्स नहीं होता है लेकिन यदि आप बीकॉम कर लेते हैं जो की 3 साल का होता है तो इसमें आप अकाउंटिंग के बेसिक को जान जाते हैं अब आप किसी भी अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर पर अपनी प्रेक्टिस करके अपने आप को अकाउंटिंग के लिए रिपेयर कर सकते हैं अब यह प्रैक्टिस आप पर निर्भर करती है कि कितने दिन के अंदर आप इसको बेहतर तरीके से सीख लेते हैं।
अकाउंटिंग सीखने में कितना समय लगेगा?
यदि आप एकाउंटिंग में परफेक्ट सीखना चाहते हैं तो आपको कम से कम 12 घंटे प्लस प्रेक्टिस करना होगा।
और यह तभी संभव होगा जब आपको अकाउंटिंग के बेसिक आई होगी इसके बाद आप किसी भी सॉफ्टवेयर पर अकाउंटिंग कर सकते हैं बस आपको उसके फीचर्स के बारे में थोड़ा सा जानने की आवश्यकता होगी।
अकाउंटेंट बनने के लिए कौन सी डिग्री चाहिए?
अकाउंटेंट बनने के लिए आप ग्रेजुएशन में कुछ भी किए हो आप अकाउंटेंट बन सकते हैं बस उसके लिए आपको अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर के बारे में अच्छी खासी नॉलेज होनी चाहिए जिस पर आपको अकाउंटिंग करनी होगी तो वह मार्केट में आप उसका कोर्स कर सकते हैं जैसे की ताली प्राइम बिजी और भी कई सारे अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है जिन पर एकाउंटिंग होती है उसे आप सीख सकते हैं।
Accounting software
दो ऐसे सॉफ्टवेयर है जो अकाउंटिंग के क्षेत्र में सबसे ज्यादा उपयोग में ले जाते हैं यदि ऐसे में आप चाहे तो इन दोनों सॉफ्टवेयर पर अपनी प्रेक्टिस कर सकते हैं यह दोनों सॉफ्टवेयर प्रैक्टिस के लिए आपको किसी भी तरह का प्रीमियम नहीं लेना होगा यह फ्री में आप प्रैक्टिस के लिए उपयोग कर सकते हैं लेकिन यदि आप बिजनेस के लिए उपयोग करना चाहेंगे तो इसके लिए आपको प्रीमियम लेना होगा।
- बिजी सॉफ्टवेयर
- टैली सॉफ्टवेयर
एकाउंटिंग के सभी नियम दोनों में एक ही तरह से लगते हैं बस लेजर बनाने का शॉर्टकट दोनों में अलग-अलग हो सकता है पल बैलेंस शीट दोनों में लगभग से दिखेगी बस इंटरफेस थोड़ा सा अलग देखने को मिलेगा।
अकाउंटेंट की सैलरी कितनी होती है?
यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह जो अकाउंटेंट है वह प्रोफेशनल अकाउंटेंट है या समान अकाउंटेंट यदि वह सामान्य अकाउंटेंट है तो उसकी सैलरी 12000 से लेकर 18000 के बीच हो सकती है। यदि वह प्रोफेशनल अकाउंटेंट है तो उसकी सैलरी 50000 से लेकर 1 लाख तक हो सकती है।
12वीं के बाद अकाउंटेंट कैसे बनें?
- 12वीं के बाद अकाउंटेंट बनने के लिए आप इनमें से कोई एक कोर्स कर सकते हैं या फिर यह तीनों कर सकते हैं।
- आप बीकॉम की पढ़ाई कर सकते हैं जिसमें आपको बेसिक नॉलेज हो जाएगा और आप एक समान अकाउंटेंट बन सकते हैं।
- आप चाहे तो CA भी कर सकते हैं जिसमें आप एक प्रोफेशनल चार्टर्ड अकाउंटेंट बन जाएंगे और इसमें आपको अच्छी खासी सैलरी पैकेज मिलेगी।
- यदि आप चाहे तो का में CMA कास्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटेंट या कंपनी सेक्रेट्री CS की भी पढ़ाई कर सकते हैं जिसमें आप एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट के तौर पर माने जाएंगे।
अकाउंटेंट में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं?
यदि आप एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट बनना चाहते हैं तो आपका इन सभी सब्जेक्ट पर अपना एक कमांड होना चाहिए तो आप एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट के रूप में माने जाएंगे।
- वित्तीय लेखांकन के बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए
- प्रबंधन लेखांकन के बारे में आपको पढ़ना पड़ेगा।
- आप Taxation के बारे में अच्छी जानकारी रखे जैसे TDS TCS
- कंपनी कानून के बारे में भी आपको जानकारी होनी चाहिए।
- वित्तीय प्रबंधन व वित्तीय लेखांकन भी एक विषय है जिसके बारे में आप अध्ययन कर सकते हैं।
यदि आप इन सभी सब्जेक्ट को पढ़ते हैं तो आप एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट बन सकते हैं और अच्छी खासी सैलरी प्राप्त कर सकते हैं।
एकाउंटिंग का कोर्स कितने महीने का होता है?
एकाउंटिंग का कोई कोर्स नहीं होता अगर हम इस प्रकार कहें की अकाउंटिंग कई सारे अलग सॉफ्टवेयर में अलग-अलग तरीकों से होती है जिनके कोर्स मार्केट में उपलब्ध होते हैं उन्हें आप सीख सकते हैं वह कुछ इस तरह के हो सकते हैं।
- Diploma course जो 6 महीने से लेकर 1 साल तक की अवधि का हो सकता है।
- सर्टिफिकेट कोर्स 3 से 6 महीने तक का होता है जिसमें की आपको कई सारे अलग-अलग अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर के बारे में बताया और सिखाया जाता है।
- डिग्री कोर्स इसमें आप बीकॉम कर सकते हैं जो की 3 साल का होता है जिसमें आप अकाउंटिंग से जुड़ी सारी जानकारी सीख सकते हैं।
आज की पोस्ट में हमने आपके साथ शेयर किया एकाउंटिंग कैसे सीखे यह पोस्ट आपके लिए कितना ठीक रहा नीचे कमेंट सेक्शन में अपने विचार हमें जरूर बताएं धन्यवाद।
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